औघड-अघेरेश्वर वही होते है जिनमें अपार करूणा होती है,संवेदना होती है,जो अघ़ण होते हैंा किसी तरह के भेद-भाव तथा घणा से दूर रहकर औघड-अघोरेश्वर सभी के हित तथा सुख के लिए और समाज तथा राष्ट की सुव्यवस्था के लिए सतत चिंतित तथा प्रयत्न शील रहते है ा यह लोग श्वपच बन्धुओ के साथ भी रहते हैं और खाते पीते हैं ा यह आत्म मे, आत्म बुद्वि में विश्वास रखते हैंा
Arattai – संदेश और संवाद माध्यमों का स्वदेशी संस्करण
-
आत्मनिर्भर भारत के गुंजित स्वर में प्रधानमंत्री के स्वदेशी अपनाने के आह्वान
का ऐसा असर हुआ कि भारतीय ऐप Arattai (अरट्टै, अरट्टई) एक मैसेजिंग ऐप...
The po...
1 हफ़्ते पहले
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें